Love Thoughts: Lover
Love Thoughts: Lover
तेरी मेरी बातों का सिलसिला यु चला कि कभी रुक न सका
हुयी दोस्ती तुमसे मगर ये रिलेशन दोस्ती पे रुक न सका
हुयी शादी तुमसे ख्वाबो में मगर ये सपना तुम्हे बयां न कर सका
कभी तो समझो मेरी फीलिंग्स को फिर मत कहना ये दीवाना तेरे बिन रह न सका
कल रातभर बैठ कर सोचता रहा तुम्हे दिल की बात कैसे कहु
मिलाओ नजर से नजर मेरी फिर ये मत कहना की ये दीवाना तेरे बिन किसी और का हो न सका
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